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FAQ

1. आयकर रिटर्न या इनकम टैक्स रिटर्न क्या हैं?
आप यह जानने को इच्छुक होंगे कि आईटीआर क्या होता है या आईटीआर क्या है। जब कर्मचारियों द्वारा केंद्र सरकार और राज्य सरकार को अपनी तनख्वाह में से कटौती के माध्यम से पेमेंट किया जाता है तो उसे इनकम टैक्स कहते हैं। इन टैक्सों का पेमेंट व्यक्ति के द्वारा साल भर में कमाई गई आय के आधार पर निकाली जाती है। अगर किसी व्यक्ति ने एक साल में एक से अधिक बार या ज्यादा टैक्स भर दिया है तो उसका टैक्स वापस भी हो जाता है। इनकम टैक्स के कानून में ये उल्लेख किया गया है कि आयकर रिटर्न फाइलिंग हरेक व्यक्ति और हरेक संस्था को पिछले वर्ष में कमाई हुई आय के विषय में बताते हुए करनी है। पिछले वर्ष में कमाई गई राशि का स्त्रोत जैसे वेतन, घर का किराया, ब्याज, बिजनेस से जुडा लाभ इत्यादि इन सभी का जिक्र इनकम टैक्स ई फाइलिंग में करना जरूरी है। आईटीआर जमा करने की सुविधा ऑफलाइन के साथ साथ ऑनलाइन भी उपलब्ध है। अब आप यह जान गए होंगे कि आईटीआर क्या होता है या आईटीआर क्या है।
2. आयकर रिटर्न एजेंट कौन है और क्या आयकर रिटर्न जमा करना जरुरी है?
अब आप जान गए हैं कि आईटीआर क्या होता है और आपको बता दें कि भारत में इनकम टैक्स ई फाइलिंग करना जरुरी है क्योंकि सरकार इसे एक निश्चित कमाई से ज्यादा मानती है। इनकम टैक्स ई फाइलिंग एजेंट प्रोफेशनल व्यक्ति होता है जो कि ग्राहकों को उनका टैक्स रिटर्न तैयार करने और भरने में मदद भी करता है। इनकम टैक्स रिटर्न ऐजेंट से संपर्क ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही माध्यमों के साथ संभव है जोकि आपको इनकम टैक्स रिटर्न भरने में सहायता करेंगे। आपको अपने आस पास भी एजेंट मिल जायेंगे जो कि रिटर्न भरने में आपकी सहायता करेंगे। भारत में इनकम टैक्स रेतुर्न यानी रिटर्न कानूनों के अनुसार छूट की सीमा से अधिक आय होने पर हरेक व्यक्ति को हर साल आयकर रिटर्न फाइल करना जरूरी है। आयकर विभाग इसके लिए से आय की सीमा के अनुसार टैक्स निर्धारित करता है। आयकर रिटर्न फाइल होने में देरी होने पर जुर्माना भी लग सकता है। अब आप जान गए होंगे कि आईटीआर क्या होता है और इनकम टैक्स रिटर्न भरना क्यों जरूरी होता है। पर अब आप जानना चाहते होंगे कि इनकम टैक्स रिटर्न कैसे भरें या इनकम टैक्स रिटर्न फाइल कैसे बनाए।
3. पेवर्ल्ड के साथ इनकम टैक्स रिटर्न एजेंट कैसे बनें?
पेवर्ल्ड अपनी सेवाएं रिटेलर्स को प्रदान करती है। रिटेलर्स अपने आपको पेवर्ल्ड की वेबसाइट पर रजिस्टर करके अपना बिजनेस इनकम टैक्स ई फाइलिंग एजेंट के रूप में अपना बिज़नेस शुरू कर सकते है । पेवर्ल्ड अपने रिटेलर्स को बहुत कम निवेश पर बिजनेस शुरू करने का मौका देती है। जब आप इनकम टैक्स ई फाइलिंग एजेंट के रूप में अपना रजिस्ट्रेशन कर लेंगे तो आपको एक यूनिक लॉगिन आईडी दी जाएगी। इस लॉगिन आईडी के माध्यम से एजेंट सभी इनकम टैक्स ई फाइलिंग सेवाएं तथा उससे जुड़े सभी तरह के लेनदेन करने में आसानी रहेगी।
4. आयकर रिटर्न जमा करने के क्या फायदे हैं?
आप इनकम टैक्स रिटर्न क्या है या रिटर्न फाइल क्या होता है तो जान ही चुके हैं आइए इनकम टैक्स की जानकारी को थोड़ा और बढ़ाते हैं। 2.5 लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाले लोगों को आईटीआर दाखिल करने से छूट दी गई है, उन्हें किसी भी तरह का आयकर दाखिल करने की जरुरत नहीं है। अन्य सभी नागरिक जो इस श्रेणी के अंदर नहीं आते हैं, उन्हें अपना आयकर रिटर्न दाखिल करना जरूरी है। सभी व्यक्तियों को आयकर रिटर्न जमा करना चाहिए चाहे उनका टैक्स बनता हो या न बनता हो। आयकर रिटर्न जमा करके कई तरह के छूटों का लाभ उठाया जा सकता है। आयकर रिटर्न दाखिल करने के कुछ फायदे निम्नलीखित है - समय पर आयकर रिटर्न जमा करने से आप रिटर्न ई फाइलिंग के दंड से बच सकते है। 5 लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाले लोगों को रिटर्न दाखिल करने में देरी होने पर 1000 रुपये का जुर्माना जमा कराना होगा। आप इनकम टैक्स भरने का तरीका या इनकम टैक्स रिटर्न कैसे भरे तो जान ही चुके होंगे। इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के बाद आपको अपने सभी रिसिप्ट संभाल कर रखने चाहिए क्योंकि वो इस बात का प्रमाण है कि आपने आयकर जमा करा दिया है। इसमें आपकी आय के स्त्रोतों के बारे में विस्तार से लिखा होगा। आप आईटीआर क्या है हिंदी में या ई फाइलिंग क्या है जान ही गए है। कई बैंक कई तरह के लोन जैसे व्हीकल लोन, हाउस लोन लेते समय पिछले तीन साल की इनकम टैक्स फाइलिंग रिसिप्ट दिखानी होती है। किसी व्यक्ति की कमाई की स्त्रोत जानने का यह सांसे प्रमाणिक साधन होता है। अगर आप सयुंक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में जाने के लिए वीजा अप्लाई करना चाहते हैं तो आपकी इनकम टैक्स रिसिप्ट मांगी जा सकती है। आइए जानते हैं कि इनकम टैक्स रिटर्न कैसे भरें।
5. आयकर रिटर्न दाखिल करने के लिए योग्यता क्या हैं?
इनकम टैक्स रिटर्न क्या होता है तो आप जान चुके हैं पर आप यह भी जानना चाहते होंगे कि आयकर रिटर्न किसे भरना है तो आपको बता दें कि एक निश्चित वर्ग के लोग ही ई फाइलिंग इनकम टैक्स दाखिल कर सकते हैं। आयकर रिटर्न दाखिल करने की निम्नलिखित योग्यता है - 1) कोई भी व्यक्ति जिसकी उम्र 60 साल से 80 साल के बीच है और उसकी आय 3 लाख से अधिक है तो वो आयकर रिटर्न दाखिल करने के योग्य है। आप यह तो जान ही गए होंगे कि आईटी रिटर्न क्या होता है या इनकम टैक्स रिटर्न फाइल क्या होता है। 2) कोई भी व्यक्ति जिसकी उम्र अस्सी वर्ष से अधिक है और अगर उसकी कुल आय 5 लाख रुपये से अधिक है तो वह आयकर रिटर्न दाखिल करने के लिए योग्य है। आओ यह तो जानते ही हैं कि रिटर्न भरना क्या होता है या इनकम टैक्स कैसे भरा जाता है। 3) कोई भी भारतीय निवासी जोकि किसी भी संपत्ति का मालिक है या किसी अंतरराष्ट्रीय संस्था से कोई भी बिज़नेस रिलेशन रखता है, वह आयकर रिटर्न दाखिल करने की योग्यता रखता है। आप यह जान ही चुके हैं कि इनकम टैक्स रिटर्न क्या होता है या आईटीआर क्या होता है हिंदी में भी जान गए है। 4) भारत में काम करने वाला कोई भी संगठन या कंपनी चाहे वह लाभ या हानि में हो वह इनकम टैक्स रेतुर्न फाइल करने के लिए योग्य है।
6. आयकर रिटर्न दाखिल करने के लिए आवश्यक दस्तावेज क्या हैं?
आइए इनकम टैक्स के बारे में जानकारी को और अधिक बढ़ाते हैं। इनकम टैक्स रेतुर्न फाइलिंग के लिए कुछ जरूरी दस्तावेज निम्नलिखित हैं: A) पैन कार्ड B) टैक्स बचाने का प्रमाण C) फॉर्म 16ए/16बी/16सी। D) वेतन से जुड़ी रिसिप्ट E) बैंक स्टेटमेंट F) टीडीएस सर्टिफिकेट G) ब्याज सेंजुडा प्रमाण पत्र H) फॉर्म 26AS
7. पेवर्ल्ड के साथ इनकम टैक्स रिटर्न फाइलिंग बिज़नेस कैसे शुरू करें?
आप यह जान गए हैं कि आयकर रिटर्न क्या होता है या आईटीआर फाइल क्या है तो आइए जानते हैं कि इनकम टैक्स ऑनलाइन कैसे भरें। पेवर्ल्ड के पास आयकर रिटर्न फाइल करने वाले एजेंटों को बिजनेस शुरू करने के लिए एक बहुत ही सरल आईटीआर फाइलिंग प्रोसिजर है। आइए जानते हैं कि आईटीआर कैसे फाइल किया जाता है या ऑनलाइन आईटी रिटर्न कैसे भरे। ITR एजेंट के लिए फाइलिंग प्रोसिजर में शामिल तीन स्टेज इस प्रकार हैं - पेवर्ल्ड के पोर्टल पर लॉग इन करें। पैन सर्विस का आइकन चुनें। अपनी आयकर रिटर्न सेवाओं को एक्टिवेट करें। अब आप जान गए होंगे कि ऑनलाइन इनकम टैक्स कैसे भरे। अब आप अपना ऑनलाइन आईटीआर फाइलिंग बिज़नेस शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इन सरल सी बातों का पालन करके आप पेवर्ल्ड के साथ अपनी आईटीआर फाइलिंग सर्विस या बिजनेस शुरू कर सकते हैं। आप यह जान गए होंगे कि इनकम टैक्स रिटर्न कैसे भरे या आईटी क्या होता है या आईटीआर का मतलब क्या होता है। आप यह भी जान गए होंगे कि इनकम टैक्स फाइल कैसे बनाए या ऑनलाइन इनकम टैक्स रिटर्न कैसे भरे।
8. मुझे पेवर्ल्ड इंडिया के बारे में और बताएं।
पेवर्ल्ड एक फिनटेक कंपनी है जिसने अपना बिज़नेस 2006 में शुरू किया था। यह एक व्यावसायिक कंपनी है जो भारत के कस्बों में रहने वाले व्यक्तियों को कई वित्तीय सहायता देने का काम करती करती है। यह एक बड़े नेटवर्क को संभालता है जिसमें भारत के कई जिलों के रिटेलर शामिल होते हैं। पेवर्ल्ड बिजनेस का एक बहुत ही अच्छा सोर्स है जो कि कई तरह की सर्विस देने का काम करती है। पेवर्ल्ड साथ ही कई तरह की पेशेवर सेवाएं भी देने का काम करती हैं जिसमें पैसा भेजना, एईपीएस, बीपीपीएस, बिल जमा करने की सुविधा, मोबाइल रिचार्ज करने की सुविधा, डीटीएच रिचार्ज और अब आईटीआर फाइल करने की सुविधा भी है। इसमें और भी कई सर्विसेज शामिल है जिसमें म्युचुअल फंड, बीमा, लोन आदि हैं। पेवर्ल्ड कई व्यक्तियों को कई तरह के वित्तीय सहायता प्रदान करने के काम को बहुत अधिक आसान बनाता है। पेवर्ल्ड एक ऐसा मंच हैं जहां आप बहुत कम निवेश करके बहुत अधिक पैसा कमा सकते है और बिज़नेस के क्षेत्र में अपना करियर बना सकते है। हम अपने संगठन के बीसी एजेंटों को शामिल करने के लिए अपने प्रशासन को शुक्रिया कहना चाहते हैं। इन एजेंटों ने इस कठिन समय में भारतीय लोगों को जरूरी वित्तीय सर्विसेज को देने का भरसक प्रयास किया है। पेवर्ल्ड में सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि यह 50,000+ बीसी एजेंटों के एक बड़े नेटवर्क के माध्यम से संचालित होता है जो कि पूरे भारत में 25 मिलियन से अधिक ग्राहकों को वित्तीय सहायता और उससे जुड़ी सर्विसेज को देने का काम करता है। हम सभी आशा करते हैं कि इस महामारी से आप अप्रभावित और अछूते रहे होंगे। हमारी कंपनी आप सभी लोगों को बहुत कम पैसे में निवेश करने और अपना बिज़नेस शुरू करने की सुविधा देती है। आज ऑनलाइन बाज़ार में लेनदेन करना बहुत ही आसान हो गया है। पेवर्ल्ड ऑनलाइनबाजार की सभी खतरों को कम करके ऑनलाइन लेनदेन को बेहद सुरक्षित और और आसान बनाती है जिससे ऑनलाइन बिज़नेस को सुचारू रूप से संचालित किया जा सके। पेवर्ल्ड एजेंट का कमीशन स्ट्रक्चर हरेक सर्विस के लिए अलग अलग होता है, लेकिन पेवर्ल्ड हर रिटेलर को हाई कमीशन और अधिक प्रॉफिट होने की गारंटी देता है। रिटेलर्स को मिलने वाला कमीशन आपके ग्राहकों की ओर से किए गए लेन-देन की संख्या पर बहुत अधीन निर्भर करता है। अगर आप एक पेवर्ल्ड एजेंट हैं, तो हर बार जब कोई कस्टमर आपके पोर्टल के माध्यम से पेवर्ल्ड की सर्विस का इस्तेमाल करता है तो उससे आपको कमीशन मिलता है। इसलिए आको कमीशन बढ़ाने के लिए अपने रजिस्टर्ड पेवर्ल्ड पोर्टल के माध्यम से बहुत सारे नकद लेनदेन करने होंगे जैसे कि पेवर्ल्ड मोबाइल रिचार्ज पर लगभग 0.5% से 3% का कमीशन दिया जाता है, जिसका सामान्य सा अर्थ है कि रिटेलर को एक लेनदेन पर 50 पैसे से 3 रुपये कमाने का अवसर होता हैं। मार्जिन का प्रोसेस रिटेलर द्वारा किए गए लेनदेन की संख्या पर भी निर्भर करती है। लेन-देन की संख्या जितनी अधिक होगी, कमीशन उतना ही अधिक होगा। हम आशा करते हैं कि आप सभी अपने घरों में रहेंगे और एक स्वस्थ जीवन जीएंगे क्योंकि आप सभी हमारे लिए बहुत अधिक महत्त्वपूर्ण है।